बस मिट्टी में मिलाएं ये 5 चीजें और अमरूद से लद जाएगा पौधा

 

🌿 बागवानी टिप्स: अमरूद का पौधा नहीं दे रहा फल? बस मिट्टी में मिलाएं ये चीज़ें और देखें कमाल! कुछ ही महीनों में फलों से लद जाएगा पौधा

कृषि डेस्क: अमरूद एक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर फल है, जिसे भारत में बड़े चाव से खाया जाता है। लेकिन कई बार बागवानी प्रेमियों को शिकायत होती है कि उनका अमरूद का पौधा फल नहीं दे रहा है। इसका मुख्य कारण मिट्टी की तैयारी, खाद का सही उपयोग और पौधे की देखभाल में कुछ महत्वपूर्ण बातों की अनदेखी हो सकती है। आइए जानते हैं कि कैसे आप अपने अमरूद के पौधे को फलों से भरपूर बना सकते हैं।


🌱 अमरूद का पौधा लगाने से पहले मिट्टी की करें सही तैयारी

अमरूद के पौधे के लिए उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी आवश्यक है। गमले में पौधा लगाने से पहले निम्नलिखित सामग्री मिलाएं:


वर्मी कम्पोस्ट या सड़ी गोबर की खाद (2 भाग): यह मिट्टी को पोषक तत्वों से भरपूर बनाती है।


बगीचे की मिट्टी (1 भाग): पौधे को स्थिरता प्रदान करती है।


रेत या कोकोपीट (1 भाग): जल निकासी में मदद करता है।


नीम की खली (1 चम्मच): कीटों से सुरक्षा प्रदान करती है।


उबली हुई चायपत्ती (1 चम्मच): सूक्ष्म पोषक तत्वों की आपूर्ति करती है।


इस मिश्रण को अच्छे से मिलाकर गमले में भरें। नर्सरी से लाए गए पौधे को सावधानी से पॉलिथीन से निकालें और जड़ों के पास की अतिरिक्त मिट्टी हटाकर गमले में लगाएं। लगाने के बाद पौधे में हल्का पानी दें।


🍃 अमरूद के पौधे के लिए विशेष जैविक खाद – 

अमरूद के पौधे की वृद्धि और फलन क बेहतरीन जैविक उर्वरक है। नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होता है।


मछली के पानी के फायदे:


जड़ों का विकास तेज़ होता है।


पौधा अधिक मात्रा में पोषक तत्व और पानी सोख पाता है।


फूल और फल की मात्रा बढ़ जाती है।


पौधा रोगों से सुरक्षित रहता है।


हर 10-15 दिन में एक बार इस पानी का उपयोग करें और आप देखेंगे कि आपका अमरूद का पौधा कुछ ही महीनों में फलों से लद जाएगा।


☀️ अमरूद के पौधे की देखभाल के लिए सुझाव

धूप: पौधे को रोजाना कम से कम 6-8 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए।


सिंचाई: मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें; अधिक पानी देने से बचें।


मिट्टी की जुताई: हर 10-12 दिन में पौधे के चारों ओर मिट्टी को हल्का कुरेदें ताकि हवा और खाद नीचे तक पहुंच सके।


फर्टिलाइज़र: हर 2 महीने में संतुलित 10-10-10 उर्वरक (24 औंस) का उपयोग करें और पानी दें ताकि पोषक तत्व जड़ों तक पहुंच सकें।


पौधे की उम्र: बीज से उगाए गए पौधे को फल देने में 2 से 8 साल लग सकते हैं, जबकि कटिंग या लेयरिंग से उगाए गए पौधे 3-4 साल में फल देने लगते हैं।


यदि आप ऊपर बताए गए तरीके से अमरूद का पौधा लगाते हैं और उसकी देखभाल करते हैं, तो यकीन मानिए आपका पौधा बहुत ही कम समय में न सिर्फ हरा-भरा दिखेगा, बल्कि ढेर सारे अमरूद भी देगा। प्राकृतिक खादों और सही तकनीक से खेती करना न केवल पौधों को स्वस्थ बनाता है बल्कि मिट्टी और पर्यावरण के लिए भी लाभदायक होता है।


Comments

Popular posts from this blog

Avla farming

Shami Plant Secrets: How This Sacred Tree Can Bring You Wealth & Protection

Best plants for Rajasthan in summer and rainy